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बलरामपुर एक नज़र में

1. भौगोलिक स्थिति और सीमाएं

  • क्षेत्रफल: लगभग 3,349 वर्ग किमी

  • सीमाएं: उत्तर में नेपाल राष्ट्र, पूर्व में सिद्धार्थनगर, दक्षिण में बस्ती और गोंडा, तथा पश्चिम में श्रावस्ती जिला स्थित है।

  • नदियां: यहाँ की मुख्य नदी राप्ती है, जो मानसून के दौरान जिले के लिए वरदान और अभिशाप (बाढ़) दोनों साबित होती है।

  • तराई क्षेत्र: जिले का उत्तरी हिस्सा घने जंगलों और शिवालिक पहाड़ियों की तलहटी (तराई) से ढका है।

2. प्रशासनिक ढांचा

प्रशासनिक रूप से जिले को निम्नलिखित इकाइयों में बांटा गया है:

  • तहसीलें: बलरामपुर (सदर), तुलसीपुर, और उतरौला।

  • विकास खंड (Blocks): बलरामपुर, तुलसीपुर, उतरौला, गैसड़ी, पचपेड़वा, श्रीदत्तगंज, हरैया सतघरवा, गैंड़ास बुजुर्ग और रेहरा बाजार।

  • मुख्यालय: बलरामपुर शहर।

3. ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व

  • श्रावस्ती का संबंध: प्राचीन काल में बलरामपुर का क्षेत्र ‘कोशल’ राज्य का हिस्सा था। विश्व प्रसिद्ध बौद्ध स्थल श्रावस्ती इसके बहुत करीब है, जहाँ भगवान बुद्ध ने अपने जीवन के 21 वर्षावास बिताए थे।

  • देवीपाटन शक्तिपीठ (तुलसीपुर): यह भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है। यहाँ माता सती का दाहिना कंधा गिरा था। चैत्र नवरात्रि में यहाँ एक विशाल मेला लगता है, जिसमें नेपाल से भी भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

  • बलरामपुर रियासत: यह अवध की सबसे बड़ी और अमीर रियासतों में से एक थी। महाराजा दिग्विजय सिंह के समय में यहाँ शिक्षा और वास्तुकला का बहुत विकास हुआ।

4. अर्थव्यवस्था और उद्योग

  • चीनी उद्योग: बलरामपुर अपनी चीनी मिलों के लिए मशहूर है। बलरामपुर चीनी मिल देश की सबसे बड़ी चीनी मिलों में से एक है।

  • कृषि: यहाँ की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है। गन्ना, धान (चावल), गेहूँ और सरसों यहाँ की मुख्य फसलें हैं।

  • वन संपदा: तराई क्षेत्र होने के कारण यहाँ से कीमती लकड़ी और जड़ी-बूटियाँ भी प्राप्त होती हैं। सुहेलवा वन्यजीव अभयारण्य (Suhaildev Wildlife Sanctuary) जैव विविधता का मुख्य केंद्र है।

5. शिक्षा और संस्कृति

  • प्रसिद्ध व्यक्तित्व: प्रख्यात उर्दू कवि अली सरदार जाफरी और बेकल उत्साही का जन्म इसी जिले में हुआ था।

  • शैक्षिक संस्थान: महाराजा लाल कुंवरि (M.L.K.) पी.जी. कॉलेज यहाँ का प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थान है।

  • पर्यटन स्थल:

    • नील बाग पैलेस और बलरामपुर सिटी पैलेस।

    • बिजलीपुर मंदिर।

    • कोइलाबास (नेपाल बॉर्डर का व्यापारिक केंद्र)।


जनसांख्यिकी (2011 की जनगणना के अनुसार):

  • कुल जनसंख्या: लगभग 21.48 लाख।

  • साक्षरता दर: लगभग 49.51%